अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने चार साल के कार्यकाल में प्रमुख जलवायु नीतियों को नष्ट कर दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक स्टडी के आधार पर यह दावा किया है। इसके मुताबिक ट्रम्प ने 72 पर्यावरण कानून बदल दिए। जबकि 27 और कानूनों को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। इस काम के लिए ट्रम्प ने इंवायरमेंनटल प्रोटेक्शन एजेंसी का इस्तेमाल किया है। लिहाजा ओबामा काल में पावर प्लांट, गाड़ियों और ट्रकों पर कार्बन डाइ ऑक्साइड उत्सर्जन के नियमों को ट्रम्प काल में कमजोर किया गया।
देशभर के आधे से ज्यादा वेटलैंड की सुरक्षा रद्द कर दी गई। यही नहीं, पावर प्लांट पर लगी पारा के उत्सर्जन नियमों को भी हटा लिया गया। गृह विभाग ने वन्य जीव सुरक्षा कानून को भी कमजोर किया, ताकि तेल और गैस उद्योग को ज्यादा जमीन लीज पर दी जा सके।
पर्यावरण सुरक्षा संस्थान की प्रवक्ता ने कहा कि ट्रम्प ने राज्यों से किए वादे पूरे किए। जबकि हार्वर्ड लॉ स्कूल की पर्यावरण और ऊर्जा कानून की विशेषज्ञ हेना विजकारा ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन ने जलवायु परिवर्तन की नीतियां कमजोर कर दीं। कोलंबिया यूनिवर्सिटी की विशेषज्ञ हिलेरी एडन कहती हैं कि ट्रम्प के नियम तर्क संगत नहीं है। इसलिए वे कानून कार्रवाई से घिर जाएंगे।
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