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पढ़िए, दि इकोनॉमिस्ट की चुनिंदा स्टोरीज सिर्फ एक क्लिक पर

1. कोरोना ने अमेरिका और यूरोप की बड़ी तेल कंपनियों के कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है। बीते 12 महीनों में उनकी हालत बहुत अधिक बिगड़ी है। पश्चिमी देशों की पांच बड़ी कंपनियों के बाजार मूल्य में 25 लाख करोड़ रुपए से अधिक गिरावट आई है। दुनियाभर में निवेशक ऊर्जा के साफ-सुथरे स्रोतों में पैसा लगाने की वकालत लंबे समय से कर रहे हैं। कैसे ऊर्जा की दुनिया बदल रही है, जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख...

2. अमेरिका में खेतों के मालिक मूल अमेरिकियों की बजाय अफ्रीकी गुलाम क्यों पसंद करते थे? वेस्टइंडीज के जमींदार किसी यूरोपीय की तुलना में अफ्रीकी गुलाम के लिए तीन गुना अधिक पैसा क्यों देते थे? कैसे ईसा पूर्व 218 में हनीबल ने रोम पर हमला किया था, लेकिन मलेरिया के कारण वह जीत नहीं पाया था? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख...

3. पिछले साल एशिया में अमीर देशों के संगठन ओसीईडी देशों के तीस लाख लोग रह रहे थे। लेकिन, कोरोना वायरस महामारी और अन्य कारणों से अपने देश लौटने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। एशिया से लौटे लोग अब अपने देश में स्थायी तौर पर बस रहे हैं। 50% से अधिक कंपनियों ने अपने कर्मचारी वापस बुलाए हैं। क्या असर पड़ेगा इस पलायन का दुनिया पर? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख...



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Read selected stories from The Economist with just one click 26 December 2020


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